शुक्रवार, 22 जुलाई 2011

मैं लिखना चाहता हूँ एक कविता ............

मैं लिखना चाहता हूँ एक कविता
ताजा -तरीन ,सर्वथा नवीन
जो,गांडीव की टंकार-ध्वनि की सवारी कसे
और संपूर्ण मिथ्यांचल पर मारण-मंत्र की तरह           
मंडराती रहे ....
लेकिन , मैं यह भी जानता  हूँ
कि,मुझे प्रतीक्षा करनी होगी
तब तक
जब तक कि मेरे खुद के बोए                               
शब्द-बीज !
अंकुरित,पल्लवित ,पुष्पित
और फलित न हो जाएँ
                             ..............पवन श्रीवास्तव .

4 टिप्‍पणियां:

  1. सुंदर अभिवयक्ति...
    आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.

    लिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
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